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-इलाज के दौरान होने वाली जटिलताओं को दूर करने का किया गया प्रयास
-टीबी केयर एंड सपोर्ट ग्रुप की बैठक में नियमित दवा खाने की मिली सलाह
भागलपुर-
स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कर्नाटका हेल्थ प्रमोशन ट्रस्ट (केएचपीटी) ने गोराडीह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में मंगलवार को टीबी केयर एंड सपोर्ट ग्रुप की बैठक आयोजित की। बैठक में वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक मुरारी कुमार, प्रयोगशाला प्रावैधिक मनीष कुमार और कर्नाटका हेल्थ प्रमोशन ट्रस्ट (केएचपीटी) के सीसी दीपक कुमार द्वारा निक्षय में पंजीकरण की जानकारी दी गई और वर्तमान इलाजरत टीबी के मरीजों को जागरूक किया गया । इस दौरान टीबी बीमारी के दौरान होने वाली जटिलताओं को दूर करने का प्रयास किया गया। बैठक में 13 टीबी रोगी और सात केयर गिवर व एक टीबी चैंपियन शामिल हुए। टीबी रोगियों ने सुलभ उपचार, नियमित दवा और ससमय निक्षय पोषण योजना का लाभ पाकर आयोजनकर्ता को धन्यवाद दिया।
टीबी को लेकर जागरूकता अभियान तेज: केएचपीटी की डिस्ट्रिक्ट टीम लीडर आरती झा ने बताया कि जिले में टीबी को लेकर जागरूकता अभियान को तेज कर दिया गया है। 2025 तक जिले को टीबी से मुक्त बनाने के लिए हर तरफ से प्रयास हो रहा है। इसी सिलसिले में मंगलवार को गोराडीह पीएचसी में टीबी केयर एंड सपोर्ट ग्रुप की बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान टीबी के मरीजों के साथ टीबी से ठीक हुए चैंपियन ने अपना अनुभव साझा किया। इस दौरान टीबी मरीजों को इलाज के दौरान होने वाली परेशानियों का हल बताया गया। सरकार की तरफ से मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी दी गई। उन्हें यह बताया गया कि अगर इलाज के दौरान कोई परेशानी हो तो आपलोग हमसे संपर्क कर सकते हैं। वैसे स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी टीबी मरीजों पर नजर रखी जाती है। उन्हें होने वाली परेशानियों को दूर किया जाता है।
सरकारी अस्पतालों में टीबी का नि:शुल्क और बेहतर इलाज: जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. दीनानाथ ने बताया कि टीबी को लेकर जागरूकता कार्यक्रम लगातार चल रहा है। टीबी केयर एंड सपोर्ट ग्रुप की बैठक टीबी मरीजों के लिए काफी लाभदायक साबित होती है। हमें उम्मीद है कि टीबी केयर एंड सपोर्ट ग्रुप की बैठक में मरीजों को काफी लाभ पहुंचा होगा। आने वाले दिनों में और भी इस तरह की बैठक होगी। लोगों से मैं यही अपील करना चाहूंगा कि अगर लगातार दो हफ्ते तक खांसी हो या फिर बलगम के साथ खून निकले, शाम के वक्त लगातार पसीना निकले या फिर लगातार बुखार रहे तो अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल में जांच कराने जाएं। जांच में अगर टीबी की पुष्टि होती है तो आपका नि:शुल्क और बेहतर इलाज होगा।
रिपोर्टर
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Dr. Rajesh Kumar