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-दो साल से कम उम्र के बच्चे, गंभीर रूप से बीमार व गर्भवती महिलाओं को नहीं खिलाई जाएगी दवा
-जिले में 10 फरवरी से शुरू हो रहा है एमडीए अभियान, अभियान की तैयारी में जुटा स्वास्थ्य विभाग
बांका, 31 जनवरी-
जिले में 10 फरवरी से एमडीए अभियान शुरू हो रहा है, जो अगले 14 दिनों तक चलेगा। इसे लेकर जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक तैयारी की जा रही है। स्वास्थ्यकर्मियों के साथ बैठक कर उन्हें अभियान की सफलता को लेकर जानकारी दी जा रही है। अभियान के दौरान जिले के 24 लाख लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। सभी लोगों को अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा खिलाई जाएगी। प्रभारी जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ० योगेंद्र प्रसाद मंडल कहते हैं कि दरअसल, अलग-अलग उम्र के लोगों के लिए दवा की अलग डोज है। जैसे कि दो से पांच साल तक के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की एक गोली खिलाई जाएगी। छह से 14 साल तक के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की दो गोली खिलाई जाएगी। 15 साल या इससे ऊपर के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की तीन गोली खिलाई जाएगी। इसके अलावा दो साल से कम उम्र के बच्चे, गंभीर रूप से बीमार और गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलाई जाएगी। अभियान के दौरान इन बातों का ध्यान रखा जाना है। यही वजह है कि स्वास्थ्य कर्मी अपने सामने ही लोगों को दवा खिलाएंगे।
शहरी क्षेत्र को छोड़ पूरे जिले में चलेगा अभियानः वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी आरिफ इकबाल ने बताया कि 14 दिनों तक चलने वाले अभियान में पूरे जिले में अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा खिलाई जाएगी। बांका सदर प्रखंड के सिर्फ शहरी क्षेत्र को छोड़कर। बांका सदर प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को दवा खिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि दरअसल, नाइट ब्लड सर्वे के दौरान शहरी क्षेत्र में एक प्रतिशत से भी कम मरीज मिले थे। इसलिए शहरी क्षेत्र में अभियान नहीं चलेगा, लेकिन सदर प्रखंड के ही ग्रामीण क्षेत्र और जिले के सभी प्रखंड में यह अभियान चलाया जाएगा।
क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है फाइलेरिया: आऱिफ इकबाल, वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकरी ने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है, जो क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। इसका प्रकोप बढ़ जाने के बाद कोई पर्याप्त इलाज संभव नहीं है। लेकिन, इसे शुरुआती दौर में ही पहचान करते हुए रोका जा सकता है। इसके लिए संक्रमित व्यक्ति को फाइलेरिया ग्रसित अंगों को पूरी तरह साफ सफाई करनी चाहिए।
फाइलेरिया से शरीर के खासकर चार अंग होते हैं प्रभावितः आरिफ इकबाल ने बताया कि फाइलेरिया मुख्यतः मनुष्य के शरीर के चार अंगों को प्रभावित करता है। जिसमें पैर, हाथ, हाइड्रोसील एवं महिलाओं का स्तन शामिल हैं। हाइड्रोसील के अलावा फाइलेरिया संक्रमित अन्य अंगों को ऑपरेशन के द्वारा ठीक नहीं किया जा सकता है। संक्रमित व्यक्ति को सामान्य उपचार के लिए किट उपलब्ध कराई जाती है, जबकि हाइड्रोसील फाइलेरिया संक्रमित व्यक्ति को मुफ्त ऑपरेशन की सुविधा मुहैया कराई जाती है।
रिपोर्टर
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Dr. Rajesh Kumar