फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत हाइड्रोसिल का किया गया ऑपरेशन


-नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में लगाया गया कैंप, सिविल सर्जन ने किया उद्घाटन
-पहले दिन चार मरीजों का हुआ ऑपरेशन, जिले में पहली बार लगा इस तरह का कैंप

भागलपुर-
फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में शुक्रवार को हाइड्रोसिल के ऑपरेशन के लिए कैंप लगाया गया। जिले में पहली बार इस तरह का कोई कैंप लगा। कैंप का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने किया। पहले दिन चार मरीजों के हाइड्रोसिल का ऑपरेशन किया गया। सभी मरीज का ऑपरेशन डॉ. विकास चंद्र गेन और डॉ. पुरुषोत्तम कुमार ने किया। ऑपरेशन के बाद सभी मरीज को जरूरी दवा दी गई। साथ में डॉक्टरों ने कुछ परामर्श भी दिए। मौके पर डॉक्टर प्रशांत कुमार, नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी डॉ. अरुण कुमार, मैनेजर अमित कुमार और केयर इंडिया के डीपीओ मानस नायक भी मौजूद थे। 
कैंप के उद्घाटन के बाद सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने बताया कि अब नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में हर शुक्रवार को कैंप लगाकर हाइड्रोसिल का ऑपरेशन किया जाएगा। अगले शुक्रवार से हार्निया का भी ऑपरेशन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह के अभियान की शुरुआत नवगछिया से हुई है। जल्द ही जिले के दो-तीन और अस्पतालों को चिह्नित कर वहां भी इस तरह का कैंप लगाया जाएगा। कैंप को लेकर तिथि पहले से निर्धारित कर ली जाएगी और हर सप्ताह उस दिन कैंप लगाकर लोगों के हाइड्रोसिल और हार्निया का ऑपरेशन किया जाएगा। ऑपरेशन के लिए मरीजों की खोज स्वास्थ्यकर्मी करेंगे। इस काम में आशा कार्यकर्ता भी अपनी भूमिका निभाएंगी।
जल्द शुरू होगा नाइट ब्लड सर्वे का कामः फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग का अभियान जारी है। एक तरफ नवगछिया में कैंप लगाकर हाइड्रोसिल के ऑपरेशन के अभियान की शुरुआत की गई तो दूसरी तरफ जिले में नाइट ब्लड सर्वे का काम भी जल्द ही शुरू होगा। इसे लेकर शनिवार को भागलपुर सदर अस्पताल में प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा। प्रशिक्षण में सभी प्रखंड अस्पतालों से दो एलटीएस, बीसीएम और भीबीडीएस शामिल होंगे, जिन्हें सर्वे के दौरान ध्यान में रखने वाली महत्वपूर्ण बातें मास्टर ट्रेनर बताएंगे। नाइट ब्लड सर्वे को लेकर सभी प्रखंड में दो-दो साइट बनाए गए हैं। एक सेंटिनेल और दूसरा रेंडम साइट। जहां पर फाइलेरिया के अधिक केस मिले हैं वहां पर सेंटिनेल साइट बनाए गए हैं। इसके अलावा वैसी जगहों पर भी साइट बनाए गए हैं, जहां पर फाइलेरिया के कम मरीज मिले हैं। ऐसी जगहों पर रेंडम साइट बनाए गए हैं। नाइट ब्लड सर्वे के दौरान एक साइट पर 300 लोगों की जांच की जाएगी।

रिपोर्टर

  • Aishwarya Sinha
    Aishwarya Sinha

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

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