अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिलाने के लिए 25 से मॉपअप राउंड, दो मार्च तक चलेगा

 
-छूटे लोगों को मॉपअप राउंड में खिलाई जाएगी गोली, 31.40 लाख लोगों को गोली खिलाने का लक्ष्य
-फाइलेरिया से बचाव के लिए जिले के लोगों को अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिलाई जा रही
 
भागलपुर, 22 फरवरी-
 
फाइलेरिया से बचाव को लेकर जिले में अभी एमडीए अभियान चल रहा है, जो 24 फरवरी तक चलेगा। अभियान के तहत जिले के 31 लाख 40 हजार लोगों को अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिलाए जाने का लक्ष्य है। निर्धारित समय में अगर लक्ष्य पूरा नहीं हो पाता है तो 25 फरवरी से दो मार्च तक मॉपअप  राउंड चलेगा। इसके तहत अभियान के दौरान छूटे हुए लोगों को भी अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिलाई जाएगी। इसे लेकर फाइलेरिया के अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी ने जिला वेक्टर बोर्न डिजीज नियंत्रण पदाधिकारी को पत्र लिखा है। जिला वेक्टर बोर्न डिजीज नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दीनानाथ ने कहा कि जिले में फाइलेरिया को लेकर अभियान जारी है। मुझे उम्मीद है कि निर्धारित अवधि तक हमलोग काफी लोगों को अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिला देंगे। इसके बावजूद अगर कोई व्यक्ति छूट जाता है तो उसे लेकर 25 फरवरी से मॉपअप राउंड शुरू होगा, जो दो मार्च तक चलेगा। उस दौरान छूटे हुए लोगों को भी गोली खिला दी जाएगी। जिले का कोई भी व्यक्ति छूटे नहीं, इसका हमलोग ध्यान रख रहे हैं। इसी के तहत मॉपअप राउंड का आयोजन किया जाएगा।
डॉ. दीनानाथ ने बताया कि अभियान के कहत स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर लोगों को दवा खिला रहे हैं। अभियान में अब दो दिन शेष बचे हैं, इसलिए जो लोग छूट गए हैं, वे अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा जरूर खा लें। हालांकि इसके बावजूद 25 फरवरी से मॉपअप राउंड चलेगा, जो दो मार्च तक चलेगा। इसके तहत छूटे हुए लोगों को दवा खिलाई जाएगी। आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका या फिर वॉलेंटियर आपके घर आएंगे। उनके सामने ही दवा खा लें। अगर कोई परेशानी भी हुई तो तत्काल उसका समाधान हो जाएगा। अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खाना सभी के लिए जरूरी है।
कोई भी व्यक्ति छूटे नहीं, इसका रखा जा रहा ध्यानः डॉ. दीनानाथ ने बताया कि जिले में अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका और वॉलेंटियर क्षेत्र में जाकर लोगों को गोली खिलाने का काम कर रहे हैं। अभियान के दौरान एक भी व्यक्ति छूट नहीं जाए, इसका विशेष ध्यान रखने के लिए कहा गया है। अभियान के तहत दो वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिलाई जा रही है। अभियान के दौरान दो से पांच साल तक के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की एक गोली खिलाई जा रही है। छह से 14 साल तक के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की दो गोली खिलाई जा रही है। 15 साल या इससे ऊपर के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की तीन गोली खिलाई जा रही है। इसके अलावा दो साल से कम उम्र के बच्चे, गंभीर रूप से बीमार और गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलाई जा रही है। भूखे पेट गोली नहीं खिलाई जानी है, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है।

रिपोर्टर

  • Aishwarya Sinha
    Aishwarya Sinha

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

    Aishwarya Sinha

संबंधित पोस्ट